जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर में युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ाए युवक का समर्थन कर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी बुरी तरह फंस गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर युवक के खिलाफ हुई कार्रवाई का विरोध किया, तो वह जनता के निशाने पर आ गए। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और ओवैसी को खरी खोटी सुनाने लगे।
लोगों ने लिखा है कि ओवेसी कब तक ऐसे गलत लोगों का समर्थन करते रहोगे। आखिरकार इन लोगों के गुनाहों पर क्यों पर्दा डालते हो। हिन्दुओं को बिना वजह बदनाम करने के बजाए सच्चाई को स्वीकार करने का साहस दिखाओ। जब बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों में मुस्लिम समाज के लोग हिन्दुओं की पिटाई करते हैं तो चुप्पी क्यों साध लेते हो।
म.प्र के जबलपुर में, एक मुसलमान दुकानदार को कुछ हिंदुत्व उग्रवादी कायरों ने झुंड बनाकर घेरा और फिर उसके कपड़े उतार कर बेरहमी से मारा।झुंड ने उस पर एक महिला के साथ बदतमीज़ी करने का झूठा इल्ज़ाम लगाया लेकिन महिला ने बयान में कहा कि ऐसी कोई बदतमीज़ी नहीं हुई थी 1/3 @ChouhanShivraj
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 21, 2021
वहीं, पूर्व प्रोटेम स्पीकर और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का इस मामले में कहना है कि ओवेसी को मप्र में देखने की जरुरत नहीं है। वो हैदराबाद में ही अपने पायजामे में नाड़ा कसता रहे। वैसे भी कोई अपराध कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदेश सरकार जाति देखकर कार्रवाई नहीं करती है। इस मामले में कार्रवाई करने वाली पुलिस और जनता बधाई की पात्र है।
दरअसल, ओवैसी ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मामले की शिकायत करते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि, ‘म.प्र के जबलपुर में, एक मुसलमान दुकानदार को कुछ हिंदुत्व उग्रवादी कायरों ने झुंड बनाकर घेरा और फिर उसके कपड़े उतार कर बेरहमी से मारा।झुंड ने उस पर एक महिला के साथ बदतमीज़ी करने का झूठा इल्ज़ाम लगाया लेकिन महिला ने बयान में कहा कि ऐसी कोई बदतमीज़ी नहीं हुई थी। ‘
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, ‘पुलिस ने उन गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय दुकानदार ही के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया।अगर लॉकडाउन का पालन न करने पर मामला दर्ज हुआ है, तो उन उग्रवादियों के खिलाफ मामला दर्ज क्यूँ नहीं हुआ? कोई भी सभ्य समाज ऐसे अपराधियों को पनाह नहीं दे सकता, एक सभ्य समाज में ऐसे लोग अभी तक जेल में होते और उनका सामाजिक बहिष्कार हो गया होता।’
दरअसल, जबलपुर में एक मुस्लिम युवक एक दुकान में युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में मिला था। इसके बाद लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। साथ ही लॉकडाउन के दौरान दुकान खोलने पर धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया। इस मामले की जानकारी लगते ही ओवैसी इसके समर्थन में आ गए।