भोपाल: भोपाल में रहने वाली मंडला की दो सगी बहनों को उनके प्रमियों ने उन्हें घायल कर मरने के लिए जंगल में छोड़ दिया था। घावों से बहता खून और अंधेरी रात में जंगलों के बीच अकेले होने पर भी दोनों बहनों से हौंसा नहीं खोया खाई से निकलकर सड़क पर आ गई। आधे घंटे से संघर्ष के बाद इन्हें मदद मिली और फिर अस्पताल पहुंची।
दरअसल, ये सगी बहनें काम की तलाश में भोपाल आई थीं। इस दौरान दोनों की मुलाक़ात निखिल गौर और करनकरण सिंह परिहार नाम के लड़के से हुई और इनके प्रेम संबंध दोनों युवकों से हो गए। युवतियों ने जब शादी करने के लिए दबाव बनाया तो युवकों ने इन्हें जान से मारने की साजिश रच ली।
पुलिस के मुताबिक़, शादी के दबाव पर दोनों युवकों ने युवतियों को झांसा दिया कि यदि यहां शादी करेंगे तो विवाद हो सकता है। युवकों ने दोनों युवतियों को रायसेन जिले के सिलवानी चलने के लिए कहा। युवतियों को बताया गया कि सिलवनी में निखिल के रिश्तेदार रहते हैं। योजना के मुताबिक़ 27 जून 2021, रविवार की शाम को निखिल और करण दोनों युवतियों को लेकर सिलवानी के लिए रवाना हुए।
रात करीब 11 बजे दोनों युवकों ने जमुनिया घाटी के पास बस रुकवाई और चारों वहां उतर गए। दोनों युवकों ने निखिल के चहेरे भाई अंकित को अपनी साजिश में पहले ही शामिल कर लिया था, जिसके तहत वह पहले से वहां बाइक लेकर खड़ा हुआ था। अंकित पहले बाइक पर करण और एक युवती को बैठाकर घाटी की ओर ले गया। दोनों ने उस पर चाकू से हमला करके उसे वहीं छोड़ दिया।
बाद में अंकित बाइक से दूसरी युवती व निखिल को ले गया और उसके सिर पर पत्थर से हमला करते हुए गंभीर रूप से घायल कर दोनों को मरणासन्ना हालत में घाटी के नीचे जंगल में फेंक दिया था। दोनों युवतियों के गले पर धारदार हथियार के घाव हैं। आरोपित युवकों ने जान से मारने की नीयत से युवतियों पर हमला किया था और मरणासन्ना हालत में छोड़ आए थे।
युवतियों के बयान के आधार पर पुलिस ने भोपाल अशोका गार्डन पुलिस की मदद से आरोपित तीनों युवकों निखिल गौर, करण सिंह परिहार और अंकित पटेल को हिरासत में ले लिया है। पुलिस के दिए गए बयान में एक युवती ने बताया है कि हम दोनों बहनें ढाई-तीन साल पहले नौकरी करने भोपाल आ गए थे। अशोका गार्डन में किराए के मकान में रहते थे। उसकी दोस्ती करन से हुई जो पाइप फैक्ट्री में काम करता है जबकि दूसरी बहन की दोस्ती निखिल से हुई जो कि मेडिकल स्टोर गोदाम पर काम करता है।
27 जून 2021 की शाम 6 बजे भोपाल से ट्रेवल्स बस से सिलवानी पहुंचे थे। जहां आरोपित निखिल और करण ने उनके दोस्त अंकित की मदद से पहले उसकी बहन को चाकू मारकर घायल किया और फिर उसके सिर में पत्थर मारकर घायल करते हुए जान से मारने की नीयत से घाटी से नीचे फेंक दिया था। तीनों आरोपित बाइक से भाग गए थे। जैसे-तैसे दोनों बहनें घाटी चढ़कर सड़क पर आ गई थीं। तभी वहां से निकल रहे एंबुलेंस चालक ने वाहन रोककर इन्हें बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। इस तरह दोनों की जान बच गई।