पटना: कोरोना के प्रकोप से बचाव के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में पाबंदियां लगी हुई है। हालांकि, इस दौरान जरुरी सेवाओं को छूट मिली है। सरकार और प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए कुछ समय के लिए दूध और सब्जी के लिए छूट दी है। ऐसे में कुछ ऐसे भी मामले सामने आए है कि, कुछ लोगों ने नकली पुलिस बनकर लोगों से लाखों की वसूली की है। ऐसी ही वसूली का मामला बिहार की राजधानी पटना से सामने आया है।
फर्जी पुलिस बन सब्जी विक्रेताओं से वसूली करने वाले दो शातिरों को पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया है। जेल भेजे गए दोनों बदमाशों में ओकरी जहानाबाद का रहने वाला प्रमोद कुमार और पोस्टल पार्क रोड नंबर 3 का निवासी सोनू शामिल है, जबकि एक अन्य आरोपित पोस्टल पार्क का रहने वाला मनीष ठाकुर फरार है। पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने नकली पुलिस बन सब्जी विक्रेताओं से लाखों की वसूली की है। ये तीनों अपराधी दस बजने का इंतजार करते थे, क्योकि इसी समय स्थानीय पुलिस राउंड पर निकलती थी। जैसे ही पुलिस राउंड पर निकलती, ये लोग भी बाइक लेकर निजक जाते और वसूली करना शुरू कर देते थे।
जक्कनपुर पुलिस के अनुसार जब पटना में लॉकडाउन लगा तो सोनू और मनीष ने फर्जी पुलिस बनकर सब्जी विक्रेताओं से वसूली करने का प्लान बनाया। इसमें प्रमोद को शामिल कर वसूली करना शुरू कर दिया। अब मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस इन आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच करेगी।
जक्कनपुर थाना क्षेत्र के पोस्टल पार्क सब्जी मंडी से शनिवार को प्रमोद और सोनू को भीड़ ने पकड़ा था और उनकी पिटाई की थी। इसकी सूचना पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था। पुलिस फरार शातिर मनीष ठाकुर के ठिकानों पर दबिश दे रही है।