नई दिल्ली, मध्यप्रदेश के भिंड में इंटरनेशनल ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। ये गिरोह ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेज़न के जरिए गंजे की बिक्री करता था। ड्रग्स पेडलर अमेज़न पर रजिस्टर्ड है और कड़ी पत्ते के नाम से गांजे की होम डिलीवरी कर रहे थे। पुलिस ने 20 किलो नशीले पदार्थ के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ते गांजा अमेजन के जरिए विशाखापट्टनम से भिंड लाया गया था।
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जानकारी के मुताबिक़, ड्रग्स पेडलर अभी तक 1 करोड़ 10 लाख रूपये का गांजा ऑनलाइन बेच चुका है। वहीं, जानकारी मिली है कि गांजे की बिक्री से अमेज़न ने 66 फीसदी कमीशन कमाया है। ऑनलाइन गांजा बेचे जाने की खबर से पुलिस प्रशासन के साथ कंपनी में भी हड़कंप मच गया है।
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ये मामला सामने आने के बाद मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सख्त रूप अपना लिया है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बिजनेस के लिए कोई गाइडलाइन नहीं है। हम मध्यप्रदेश से पूरे देश के लिए गाइडलाइन तय करेंगे। इस तरह तो इसमें हथियार भी सप्लाई हो सकते हैं। 20 किलो गांजा पकड़ा गया है।
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नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारी जांच जारी है। अमेज़न के अधिकारी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यदि ये लोग मदद नहीं करेंगे तो हम उन्हें पकड़कर लाएंगे। इस तरह की कार्रवाई मध्यप्रदेश में नहीं होने देंगे। इस वजह से अमेजन के एमडी और सीईओ से अनुरोध है कि जांच में सहयोग करें वरना उन पर भी हम कार्रवाई करेंगे।
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ऑनलाइन गांजा बेचे जाने की खबर से व्यापारी संघ काफी नाराज है। व्यापारी संघ ने ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने अमेजन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही ये मामला नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को सौंपने की अपील की है। इस मामले में अमेजन के इंडिया स्पोक्सपर्सन ने कहा कि अगर विक्रेता के स्तर पर कहीं कुछ गड़बड़ होगी तो अमेजन जांच में पुलिस को पूरा सहयोग करेगा।