भिंड: भिंड के जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात बच्ची की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। इस खबर को सुनकर गुस्साए परिजन ने मैटर्न को चांटा मार दिया। जिसके बाद हंगामा बढ़ गया और अस्पताल के स्टाफ के अन्य लोगों ने आकर मैटर्न को बचाया। प्रसुता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रसूता को मंगलवार रात आठ बजे भर्ती कराया गया, तब डाक्टर ने सामान्य प्रसव होने की बात कही थी लेकिन सुबह लेबर रूम में प्रसूता के पेट पर प्रेशर दिया गया। इससे नवजात की गर्भ में ही मौत हो गई।
नवजात की मौत हो जाने के बाद कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के बाद कह दिया कि बच्ची की गर्भ में ही मौत हो गई है लेकिन अस्पताल सिविल सर्जन डा. अनिल गोयल ने प्रसूता के स्वजन के आरोपों को गलत करार दिया है। उन्होंने कहा कि पहले ही घरवालो से कह दिया था कि ऑपरेशन करना पड़ेगा लेकिन वो सामान्य प्रसव की बात पर अड़े हुए थे जिस कारण नवजात की जान गई।
हालांकि जिस मैटर्न को चांटा मारा गया उसने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नही करवाई है। उनका कहना है कि बच्चे को खोने के गम में परिजनों से गलती हो गई, इसलिए वह शिकायत नही करवा रही है। हालांकि पूरे मामले में सच क्या है ये तो अस्पताल के स्टाफ को ही पता होगा।