वरिष्ठ संवाददाता
मध्यप्रदेश के खण्डवा में एक तलाकशुदा महिला को धोखे में रखकर ज्यादती का मामला सामने आया है। महिला के अनुसार पहले तो उसके कथित पति ने उसे लिव इन पार्टनर बना कर रखा फिर 20 जून को ओम्कारेश्वर के एक मंदिर में सात फेरे लिए।24 जून को खंडवा में कोर्ट मैरिज भी की लेकिन इसके 4 दिन बाद रिश्ते को नकार कर अपने गांव भाग गया।
महिला का आरोप है कि जब वह शिकायत लेकर मोघट थाना पहुची तो वहाँ की एक महिला इंस्पेक्टर द्वारा उसे कहा कहा गया कि शादी तुमने की है इसमें पुलिस क्या करे।थाने के टीआई बद्रीलाल अटोदे ने भी महिला को ये कहकर थाने से रवाना कर दिया कि कानून में ऐसी कोई धारा नही बनती है,जिसमें इस मामले में केस दर्ज हो।
पीड़िता ने बताया कि वह मोघट थाना क्षेत्र के अहमदपुर खैगांव की रहने वाली है व करीब 7 सालों से तलाक़शुदा है उसके पहले पति से 2 बच्चे भी है।तलाक के बाद वह अपने मायके में रह रही है जहाँ उसकी दोस्ती गांव के ही महेश पिता जगदीश पटेल से हुई।महेश ने दोस्ती के बाद नजदीकियां बधाई और फिर डेढ़ साल के रिश्ते के बाद शादी की।24 जून को कोर्ट मैरिज के बाद खंडवा के गणेश तलाई में साथ रहने के लिए किराये से मकान भी लिया।लेकिन शादी के 4 दिन बाद से वह किसी काम से अपने गांव अहमदपुर खैगांव गया और वापिस आया ही नही।पूछने पर बोलता है कि घरवाले रिश्ता नही स्वीकार रहै है इसलिए अब दोनों के बीच कोई रिश्ता नही।वही महिला का कहना है कि वह पति के खिलाफ शिकायत लेकर 16 जुलाई से थाना मोघट ,महिला थाना व एसपी सीएसपी के दफ्तरो के चक्कर काट रही है लेकिन उसकी कही भी कोई सुनवाई नही हो रही है।