भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा में नाम बदलकर युवतियों को फंसाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की कुंडली खंगालने पर पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिलीहै। आरोपी मनीष सेन बनकर युवतियों को फंसाता है। उसने आधार कार्ड में भी नाम बदल रखा है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि उसने मकान मालिक को भी अपना नाम मनीष सेन बताकर कमरा किराए पर ले रखा है। वह छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहा है।
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मामले का खुलासा उस समय हुआ जब कॉलेज की एक छात्रा शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची। छात्रा ने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती मनीष सेन से हुई थी। एक दिन उसके बुलाने पर वह मिलने के लिए उसके कमरे पर चली गई। वहां उसने मौके का फायदा उठाकर नशीला पदार्थ पिलाया और उसने साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे और उसे बचाया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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गिरफ्तारी के बाद जब युवक के कमरे की तलाशी ली गई तो फर्जी कागज और आधार कार्ड मिले। आरोपी का असली नाम शाहिद गोरी है। उसने खुद आधार कार्ड को एडिट कर अपना नाम मनीष सेन कर लिया था। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई कबूल ली। मकान मालिक तक को उसने सच्चाई नहीं बताई थी। मनीष सेन बताकर ही उसने कमरा किराए पर लिया था।
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शाहिद ने पुलिस को बताया कि वह भीलवाड़ा में एक मोबाइल कंपनी में मैनेजर है। पिछले 10 सालों में पाली और भीलवाड़ा में अलग-अलग नाम रखकर रह रहा था। 2014-15 में बांगड़ कॉलेज से छात्रसंघ चुनाव में संयुक्त महासचिव का चुनाव भी जीता था। इसके अलावा NSUI पाली में वह सक्रिय कार्यकर्ता रहा है।