मधुबनी: बिहार के मधुबनी में कोर्ट में 2 पुलिस अधिकारियों ने प्रथम श्रेणी जज के ऊपर पिस्टल तान देने और अभद्रता करने की घटना सामने आई हैं। दरअसल मधुबनी के घोघरडीहा थाना के थाना प्रभारी गोपाल प्रसाद सहित दो पुलिस अधिकारियों ने जज के चैंबर में घुसकर उन हमला कर दिया। उन दोनों ने जज पर पिस्टल भी तान दी। शोर-शराबा सुनकर कोर्ट के वकील जज के चैंबर की ओर दौड़े तो उनकी जान किसी तरह बची। बाद में वकीलों ने दोनों पुलिसवालों को कोर्ट परिसर में बंधक बना लिया और जमकर पीटा। बता दें कि बिहार पुलिस की गुंडई के शिकार बने ये वही जज हैं, जिन्होंने हाल के दिनों में मधुबनी के एसपी डॉ सत्यप्रकाश को कानून की जानकारी न होने पर ट्रेनिंग के लिए भेजने की बात की थी।
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प्रत्यकदर्शी वकील के मुताबिक वकील ने कहा कि दो बजे के आस-पास जज साहब अपने कमरे में काम कर रहे थे। अचानक ही बिहार पुलिस के दो पदाधिकारी कोर्ट में घुसे।उनमें से एक घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण और एक एएसआई अभिमन्यु कुमार बताया जा रहा है।घुसते ही दोनों ने जज के साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया।थानेदार बोल रहा था कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गई कि एसपी के खिलाफ लिखने की। पुलिसकर्मी अभिमन्यु कुमार जज पर पिस्टल ताने हुआ था और जज का कर्मचारी पुलिसकर्मी से पिस्टल छीनने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान दोनों पुलिसवाले ने जज के कर्मचारी को मारा।इसके बाद कोर्ट में हड़कम्प मच गया।
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पटना हाईकोर्ट ने मामले की संवेदनशीलता और गम्भीरता को देखते हुए बिहार के डीजीपी को स्वयं कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया है।इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।वहीं इस कांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग बिहार पुलिस एसोसिएशन ने की है। एसोसिएशन ने हाइकोर्ट के जज से जांच की मांग की है।