जबलपुर: मध्यप्रदेश के जबलपुर के अस्पताल में लगी आग में 8 लोगों की मौत हो गई है। इस मामले में पुलिस ने अस्पताल के डायरेक्टर्स पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज लिया है। वहीं, मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही अस्पताल को परमिशन देने वाले सरकारी अफसरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
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पुलिस की जांच में सामने आया है कि अस्पताल प्रबंधक में नर्सिंग होम के लिए ली गई फायर NOC मार्च 2022 में खत्म हो गई थी । अस्पताल में ना तो अग्निशयन यंत्र लगे थे और ना ही रेत की बाल्टियां रखी हुई थी। इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधक ने सौंदर्यीकरण के लिए जिस प्लास्टिक का इस्तेमाल किया था उसी में आग भड़काने का काम किया। किसी के कारण आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया और दमकलकर्मियों को उस पर काबू पाने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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अस्पताल में फायर सेफ्टी को नगर निगम और CMHO ने प्रबंधक को पत्र भी लिखा था लेकिन इसके बाद भी इसपर ध्यान नहीं दिया गया। एक और बात सामने आई है कि अस्पताल प्रबंधक ने इलेक्ट्रिसिटी सेफ्टी ऑडिट भी नहीं कराया था। वहीं, अस्पताल के लोड और जनरेटर की लोड में भी अंतर था जिसके कारण वायर में शार्ट सर्किट हुआ और आग लग गई।