नागपुर: देश में कोरोना का कहर अपने चरम पर है। महासंकट के इस समय में कुछ लोग इसे अवसर बना रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मरीजों के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। मरीजों के इलाज के लिए परिजन रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भटक रहे है लेकिन कुछ लोग इसकी कालाबाजारी में लगे हुए हैं। पैसों के लिए लोग इस हद तक अंधे हो चुके हैं कि, वे किसी की जान तक के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
नागपुर से पुलिस ने ऐसे ही दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। मंगलवार सुबह नागपुर पुलिस को जानकारी मिली थी कि, कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की शीशी में पानी भरकर बेच रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने इनकी खोज शुरू कर दी और दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अभिलाष पेटकर और अनिकेत नंदेश्वर बताए जा रहे है।
नागपुर पुलिस के सब इंस्पेक्टर सत्यवान माणे ने बताया कि ये लोग कोविड वायरस से संक्रमित एक मरीज के परिजन को 40 हजार रूपये में एक इंजेक्शन बेच रहे थे। बाद में भाव करने पर 28 हजार रूपये में इंजेक्शन देने के लिए तैयार हुए जिसके अंदर पानी था। पुलिस के मुताबिक जब कोरोना संक्रमित के परिजनों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर दोनों को दबोच लिया।