पंजाब: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से सटी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भर्तोय सेना घुसपैठियों पर पैनी नजर बनाए है। सेना की चौकसी के चलते घुसपैठिए भारत में घुसपैठ नहीं कर पा रहे है। इधर, पंजाब-राजस्थान की पाकिस्तान से सटी सीमाओं पर भी बीएसएफ की कड़ी निगरानी है। इसी बीच सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ सीमा पर हो रही कड़ी निगरानी के चलते पाकिस्तान की ISI ड्रग्स और हथियार नहीं भेज पा रही है।
सीमा पर बीएसएफ की कड़ी निगरानी से ISI परेशान है। ऐसे में ISI बीएसएफ पर हमला करवा सकती है। BSF सूत्रों के मुताबिक हमें खुफिया एजेंसियों से ऐसे इनपुट मिले हैं जिससे पता चलता है कि ISI पाकिस्तान के नॉरवाल इलाके से सटी भारतीय सीमा पर साजिश रच सकती है। इसमें फेंसिंग काटने से लेकर के BSF पर हमला करने की साजिशें रची जा रही हैं।
जानकारी के मुताबिक पाक रेंजर्स की टीम फेंसिंग को काट कर BSF के जवानों पर हमले भी कर सकती है। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की आईएसआई पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों की मदद से जहां पंजाब में ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई करने इनपुट मिले हैं। वहीं जम्मू में भी आतंकियों की मदद के लिए हथियारों की सप्लाई करने के मामले सामने आए हैं।
अब तक जितने भी पाकिस्तानी ड्रोन्स पकड़े गए हैं, वो चाईना मेड ड्रोन्स हैं जो अपने साथ 4-7 किलोग्राम वजन तक समान लेकर करीब दो किलोमीटर तक जा सकते हैं। ये ड्रोन्स अपने साथ हथियार और बम भी ले जा सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों की कुछ रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ऐसे ड्रोन्स की मदद से सीमा पर तैनात भारतीय सुरक्षा बलों पर बम से भी हमला कर सकता है।
गौरतलब है कि, पाकिस्तान पंजाब-राजस्थान की सीमाओं से भारत में ड्रग्स और हथियार भेजने की कोशिश करता है। पिछले कुछ महीनों में बीएसएफ ने पाकिस्तान की ओर से आए कई ड्रग्स और हथियारों की खेप पकड़ी है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाक रेंजर्स ड्रोन्स के जरिए भी ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई करने में लगे हुए हैं, ताकि पंजाब में अशांति फैलाई जा सके।
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक रेंजर्स की एक चैटिंग डिकोड की है, जिसमे पाकिस्तान, जम्मू के इंटरनेशनल बॉर्डर कठुआ, सांबा और हीरानगर सेक्टर से हथियार भेजने के लिए जिन ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। उसके लिए बकायदे कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है और ये कोड वर्ड है “परिंदा”। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान की ड्रोन भेजने वाली चाल की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी है।