MBBS चाहत्र ने iPAD में लिखा था पांच पन्नों का सुसाइड नोट, ‘सब कुछ तहस-नहस कर दिया’

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जयपुर: राजस्थान के जयपुर में सुसाइड करने वाले MBBS छात्र का सुसाइड नोट सामने आया है। उसने iPAD पर पांच पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था। इन पांच पन्नों में उसने अपना दर्द बयां किया है। इसमें किसी लड़की का जिक्र है, जिसमें उसने खुद को निर्दोष बताते हुए किसी युवती पर गलत होने का आरोप लगाया है।

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अमन ने लिखा- ‘आई एम सॉरी – मम्मा-पापा, आशा, भानियो, सिमरन, सुरेश, योगेश। सिमरन, आई एम रियली वेरी सॉरी । तूने समझाया था, लेकिन मैं नहीं माना। आई कम फ्रॉम फैमली (मैं उस फैमिली से आता हूं), जहां उनकी सेल्फ रिस्पेक्ट उनकी जिंदगी से ज्यादा प्यारी होती है। अकॉर्डिंग टू यू, इट मे बी स्मॉल थिंग (तुम्हारे मुताबिक, यह बहुत छोटी चीज है)। आई एम रियली सिक(मैं बहुत परेशान हो गया हूं)। इट्स नॉट माय फॉल्ट (मेरी गलती नहीं है) , न ही उसका है। शी गेयर मी सिगंल, एंड डेट व्हाट शी वाटंस ( उसने मुझे अकेला छोड़ दिया, यही वो चाहती थी) । शी क्रिएट मेस (उसने सब कुछ तहस-नहस कर दिया)। इफ इट वेल्यूज यू हैप्पी, हेयर आई गो। कितना ही झूठ बोल दे, मुझे बदनाम कर दें। मेरी गवाही मेरी जिंदगी से दे रहा हूं। सबको यही लगेगा मैं गलत था। अगर मैं गलत था तो तू भी सही नहीं थी । सबूत जो तू मेरे दोस्तों को दिखाएंगी, उसमें गलत मैं ही दिखूंगा।’

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‘दिस इज रियली शेमफुल (ये बहुत शर्मनाक है)। आज पहली बार मैं खुद की नजरों में गिरा हूं। हर मरने वाले का कातिल जरूर होता है। हर खुदखुशी करने वाले की कहानी जरूर होती है। हां मां-पापा, मैं इतना करना चाहता था, जितना मेरे अंदर जोर था। पढ़ाई का कोई लोड नहीं है। मेहनत करता हूं, अगर हार भी जाता, फिर से मुकाबला करता। एक ओर बात- सिमरन, सुरेश, योगेश, मूमू, जीतू, आदित्या मेरी फैमिली, एक बार मेरे घर वालों से जरूर मिलना और कहना मैं कैसा था। जा रहा हूं। सुरेश भाई तेरे को सबसे ज्यादा समझा हूं। मैं जानता हूं, सब समझता हूं। तेरे जब किसी को भी ये मिले एक बात कह रहा हूं। मैं गलत नहीं था। फंसाया है मुझे। जमीन से जुड़ा आदमी हूं। अपने उसूल जानता हूं। ये जिंदगी उस (….) लड़की पर नहीं दे रहा। मैं बेगुनाह हूं।’

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‘मां, पापा, आशा- मान लेना मैं हमेशा सफर में ही रहा। सुरेश पर कर्जा है। UPSC करना चाहता है। सोचा था कि मैं दे दूंगा कुछ पैसे, जीवन बीमा से आए तो सुरेश को दे देना। आई स्टार्टेड लाइकिंग… गर्ल (मैं उसे पसंद करने लगा था), लेकिन उसने रोका था, उसे बस तमाशा बनाना था, वही उसने किया। (एक तीसरी लड़की का नाम लिखते हुए) तुम्हें इसने आधा सच बोला है, ये किसी की नहीं है। चलता हूं। किसी शरीफ की मासूमियत का फायदा ना उठाओ। हैप्पी एंडिंग। सुरेश, योगेश कभी-कभी मेरे परिवार से मिल आना। कमजोर नहीं था।’

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के रहने वाले अमन बरागटा ने शनिवार 9 जुलाई को देर रात सुसाइड किया था। वह SMS मेडिकल कॉलेज के कोठारी हॉस्टल में रहता था। SMS हॉस्पिटल थाने के SHO नवरतन धोलिया ने बताया कि थर्ड ईयर में पढ़ रहे अमन ने सुसाइड से पहले रात 11:18 बजे अपने आईपैड में सुसाइड नोट लिखा था। परिवार की मौजूदगी में एक कॉपी में लिखे पासवर्ड से आईपैड खोला गया। आईपैड में 5 पेज का सुसाइड नोट मिला है।

 

 

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