असम: असम में एक युवक को ज़िंदा जला दिया गया है। इस दिल दहलाने वाली घटना को कथित ग्रामीण अदालत यानि कंगारू कोर्ट के आदेश पर अंजाम दिया गया है। मृतक पर एक नवविवाहिता को मारने का आरोप लगा था। सूचना मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक युवक को जलाकर दफनाया जा चुका था। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
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युवक को जिंदा जलाने की घटना को नौगांव जिले के बोर लालुंग इलाके में हुई है। यहां रंजीत बोरदोलाई नाम के युवक को कंगारू कोर्ट के फैसले पर जिंदा जला डाला। जिस गांव में ये घटना हुई है, वहां ब्रह्मपुर बमनी गांव कार्बी समुदाय के लोग रहते हैं। जानकारी के मुताबिक यहां तीन दिन पहले सबिता पाटोर नाम की एक नवविवाहिता का शव मिला था।
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गांव के कुछ लोगों ने एक महिला को कहते सुना कि रंजीत ने उसकी हत्या की है। इसके बाद कार्बी समुदाय के लोगों की एक बैठक हुई, जिसमें रंजीत ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि उसने पांच लोगों के साथ मिलकर सबिता की हत्या की है। उसने यह भी बताया कि उसने ही सबिता का गला दबाया था।
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रंजीत के अपराधा कबूल करने के बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे मारना शुरू कर दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने उसके ऊपर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी और इसके बाद उसे दफन कर दिया। सूचना पाकर जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तबतक युवक को जलाकर दफनाया जा चुका था। पुलिस ने दफन की गई डेड बॉडी को बाहर निकलवाया। एसडीपीपो दास ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।