इंदौर: कोरोना के चलते लॉकडाउन में जब व्यापार बंद हुए तो कुछ लोगों ने पैसे कमाने के लिए गलत राह चुन ली। इंदौर क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही एक बदमाश को गिरफ्तार किया है जो घर पर ही नकली नोट छाप रहा था। क्राइम ब्रांच ने उसके पास से उसके पास से 2.53 लाख के नकली नोट बरामद किए हैं। उसके बैग में 100 रूपये के 476, 500 रूपये के 159 और 2000 के 63 नकली नोट मिले है।
इसके अलावा आरोपी के घर से एक लैपटॉप, प्रिंटर, नोट छापने में इस्तेमाल किए गए A-4 साइज़ के पेपर 100,500,2000 के मार्का में उपयोग किए असली 03-03 नोट एवं कागजो पर छपे 100, 500, 2000 रु. के प्रिन्ट भी जप्त हुए। आरोपी गांवों व मजदूर वर्ग में ये नकली नोट खपाता था।
आरोपी का नाम राजरतन तायडे, आजाद नगर का रहने वाला बताया जा रहा है। शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने नकली नोटों की बात स्वीकार की है। साथं ही बताया कि वह नकली नोटों के बंडल सब्जी मंडी में स्थानीय ठेला और सब्जी वालों को खपाता था। आरोपी पिछले एक महीने से नकली नोट बनाने का काम कर रहा था।
आरोपी 12वीं तक पढ़ा गया है और केसर बाग़ रोड स्थित एक क्लब में ट्रेनर का कम करता था। लॉकडाउन के कारण जब काम छूट गया तो वह नकली नोट बनाने लगा। उसके खिलाफ मारपीट, अवैध वसूली, धमकी और ट्रक चोरी का मामले दर्ज है। एक मामले में वह जेल भी जा चुका है।