रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी में एक युवक ने अपने ही दोस्त से नौकरी लगवाने के नाम पर 6:50 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपी ने उसके बेटे की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया। इसके लिए उसने फर्जी जॉइनिंग लेटर से लेकर आई कार्ड तक उसे दे दिया लेकिन जब वह जॉइनिंग के लिए पहुंचा, तो पता चला कि वहां कोई नौकरी निकली ही नहीं थी। इसके बाद पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है।
जानकारी के मुताबिक़, रेवाड़ी जिले के गांव पाल्हावास के रहने वाले वेदप्रकाश और सुरेंद्र की आपास में अच्छी दोस्त थी। जून 2022 में सुरेंद्र ने वेदप्रकाश को गुरुग्राम नगर निगम में क्लर्क की नौकरी के बारे में बताया। उसने वेदप्रकाश से कहा कि वह उसके बेटे की नौकरी नगर निगम में लगवा देगा। अच्छी दोस्ती होने के कारण उसने सुरेंद्र पर भरोसा कर लिया।
वेदप्रकाश के राजी होने पर सुरेंद्र ने नौकरी लगवाने के लिए उससे 6 लाख रुपये मांगे। कुछ दिनों बाद ही उसने सुरेंद्र को 2 लाख रुपये दे दिए। सुरेंद्र ने हेमंत के कागजात भी ले लिए और कहा कि सितंबर 2021 तक उसके बेटे की नौकरी लग जाएगी। कुछ दिनों बाद सुरेंद्र ने वेदप्रकाश और उसके बेटे हेमंत को अपने घर बुलाकर फार्म पर हस्ताक्षर कराए और फिर साढ़े 4 लाख रुपये और ले लिए।
सितंबर 2021 में आरोपी सुरेंद्र ने हेमंत को एक जॉइनिंग लेटर और आईकार्ड दे दिया। कुछ दिनों बाद वह जब गुरुग्राम नगर निगम के कार्यालय में पहुंचा तो पता चला कि यहां कोई भर्ती नहीं निकली। न ही किसी हेमंत कुमार की नौकरी लगी है। उसके बाद पीड़ित पिता-पुत्र सुरेंद्र के पास पहुंचे तो पहले वह उन्हें टरकाने लगा, लेकिन पर्दाफाश होने पर उसने कुछ दिनों बाद पैसे वापस लौटाने की बात की। पैसे नहीं लौटाने पर वेदप्रकाश ने रोहड़ाई थाना से लेकर एसपी तक को शिकायत दी।