विदिशा: विदिशा में कुएं की मुंडेर गिरने से हुए बड़े हादसे (vidisha well tragedy) के बाद गांव में मातम छा गया है। इस हादसे ने कई घर उजाड़ दी है। किसी का बेटा छीन गया, तो किसी के माता-पिता। कुएं से 11 लोगों के शव निकाले जाने के बाद राहत और बचाव कार्य (rescue operation) बंद कर दिए गए हैं लेकिन इसी बीच पुलिस का शर्मसार कर देने वाला वाकया सामने आया है।
दरअसल, इतने बड़े हादसे के बाद जब चीख-पुकार मची तो लोगों ने डायल 100 (dial 100) को सूचना दी। 40 लोगों के कुएं में गिरने की घटना सुनने के बाद भी पुलिस कि ओर से जवाब मिला की आने में आधा घंटा लग जाएगा। बाद में जब कुछ पुलिसवाले पहुंचे, तो वह भी तुरंत लोगों को बचाने की जगह नाश्ता-पानी करने लगे।
यह हादसा गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे हुआ था। रवि पानी भरते समय कुएं में गिर गया था। उसे बचाने के लिए कुएं पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वजन बढ़ने से कुएं का एक हिस्सा धंस गया। इसके साथ ही करीब 40 लोग मलबे समेत कुएं में गिर गए। रात 10 बजे NDRF, SDRF की टीमें पहुंचीं। ADGP साईं मनोहर ने 11 शव निकाले जाने की पुष्टि की है। 20 अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Cm Shivraj singh chauhan) भी विदिशा जिले में ही थे। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को रवाना कर दिया था। विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी भोपाल से विदिशा पहुंचे। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की सहायता का ऐलान किया है।