जयपुर: राजस्थान में एक अदालत ने रेप के आरोपी को 26 दिन में फांसी की सजा सुआकर एक नजीर पेश की है। झुंझुनूं के पिलानी में दैन्दगी की शिकार हुई पांच साल की मासूम को कोर्ट ने 16 दिनों के अंदर न्याय दिया है। मासूम को न्याय दिलाने में सबसे बड़ा योगदान पुलिस का है। बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने पुलिस को ऐसा झकझोर दिया कि, आरोपी को सजा दिलाने के लिए पुलिस ने दिन-रात एक कर दी।
पुलिस ने आरोपी को पांच घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे मामले में जांच से लेकर चालान पेश करने तक 200 पुलिसकर्मियों की टीम जुट गौ। इनमें 10 पुलिसकर्मियों ने मिलकर 10 दिन में सबूत जुटाए और चालान पेश कर दिया है। एफएसएल ने भी 7 दिन में ही डीएनए समेत अन्य जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी।
एक मार्च को पुलिस ने चालान पेश किया। इसके बाद कोर्ट ने भी तेजी दिखाते हुए 16 मार्च को सुनील को दोषी माना और 17 को फांसी की सजा सुनाई। कोर्ट ने कहा- यह पुलिस जांच का भी आदर्श उदाहरण है। इसे केस स्टडी की तरह देखना चाहिए।
पुलिस महानिरीक्षक हवासिंह घुमरिया ने बताया कि 19 फरवरी की शाम को बच्ची खेत में अपने भाई-बहनों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान स्कूटी पर आए कुमार ने उसका अपहरण कर लिया। मासूम के भाई-बहनों ने उसका पीछा भी किया था, लेकिन वे उसे नहीं पकड़ पाए। बच्ची रात में सुनसान जगह पर लहूलुहान स्थिति में मिली थी। घटना के पांच घंटे बाद ही पुलिस ने शाहपुर निवासी कुमार को गिरफ्तार कर लिया।