लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कौशल विकास केंद्र में एक ट्रेनी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उसने तीन पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें अपनी आपबीती सुनाई है। उसने केंद्र के ट्रेनर पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए है। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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जानकारी के मुताबिक़, कौशल विकास केंद्र में सीएनजी किट फिटर की ट्रेनिंग ले रहे जयदीप ने फांसी लगाकर जान दे दी है। पुलिस को उसके पास से तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने ट्रेनर राजेंद्र सिंह और सेंटर हेड नीरज पटेल का जिक्र किया। जयदीप ने लिखा राजेंद्र और नीरज की वजह से दुनिया से विदा ले रहा हूं। मरने के बाद मेरे शरीर को चीड़ा फाड़ा न जाए, यही मेरी अंतिम इच्छा है।”
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जयदीप ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसके साथ मारपीट की जाती थी, फिर उसे कमरे में बंद कर दिया जाता था। उसे पागलखाने में डलवाने की बात कही जाती थी और भी कई चीजें उसके साथ हुईं, जिनका जिक्र वह सुसाइड नोट में नहीं करना चाहता। मृतक के बड़े भाई ने यौन शोषण की आशंका जताई है। उसका कहना है कि सेंटर में रहने के दौरान जयदीप परेशान चल रहा था।
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वहीं, मृतक के पिता ने तहरीर में लिखवाया कि कौशल विकास केंद्र का ट्रेनर राजेंद्र सिंह ठाकुर उनके बेटे जयदीप यादव का मानसिक उत्पीड़न करता था। नौकरी लगाने के नाम पर झांसा देता था और उससे पैसे भी ऐंठता था. यही नहीं। ट्रेनर राजेंद्र सिंह उनके बेटे जयदीप से फोन पर अश्लील वार्तालाप करता था और समाज में बदनाम करने की धमकी भी देता था। इसी से परेशान होकर बेटे जयदीप ने बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।