इंदौर: इंदौर में ट्रैफिक पुलिस के हेडकांस्टेबल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि पत्नी की मौत के बाद ही वह तनाव में चल रहे थे। सुबह आत्महत्या करने से पहले करीं चार बजे वह घर के बाहर घूम रहे थे। उत्तर प्रदेश से लौटने के बाद उन्होंने थाने से दूर रहकर नौकरी करने का मन बना लिया था। साथ ही ट्रैफिक विभाग में अपना ट्रांसफर करा लिया था।
ये भी पढ़ें- पत्थर से भरे ट्रेक्टर ने मारी टक्कर, मां-बेटे की मौत
पुलिस ने बताया कि राजकुमार की मौत को लेकर पत्नी की मौत के बाद तनाव में होने की जानकारी सामने आई है। परिजनों ने बताया कि राजकुमार की पत्नी की गंभीर बीमारी के चलते दो साल पहले मौत हो गई थी। पत्नी के जाने के बाद से ही वह तनाव में चल रहे थे। मिश्रा मूल रूप से कानपुर के रहने वाले थे।
राजकुमार मिश्रा पिछले 20 सालों से पुलिस में नौकरी कर रहे थे। नौकरी के 20 सालों में राजकुमार मिश्रा ने सिमरोल, शिप्रा, तेजाजी नगर सहित अन्य थानों में नौकरी की थी। पत्नी की मौत के बाद वह लूप लाईन में काम करना चाहते थे।
ये भी पढ़ें- निगम उपायुक्त के खिलाफ दहेज़ प्रताड़ना और मारपीट का आरोप, शादी में खर्च करवाए 90 लाख
तेजाजी नगर के बाद उन्होंने ट्रैफिक में ट्रांसफर करवा लिया था। यहां भी तनाव को लेकर उन्होंने अधिकारियों से बात कर डीआरपी लाइन में अपना ट्रांसफर करवाया था। यहां उन्हें सोमवार को आमद देना थी। नौकरी के बीच से समय निकालकर मिश्रा अपने परिवार से मिलने कानपुर जाया करते थे। उन्होंने अपनी बेटी की शादी भो खंडवा में तैनात पुलिसकर्मी से की थी।
कई साल पहले शिप्रा इलाके में डकैत की वारदात हुई थी। यहां डकैतो से राजकुमार का सामना भी हुआ था,जिसमें उनके पैर में गोली भी लगी थी। मिश्रा के साथियों के मुताबिक वह नौकरी में काफी धाकड़ थे। सामाजिक लोगों में अच्छी पैठ रखते थे।