महिला कांस्टेबल ने मोबाइल स्टैंड पर लगा कर खुद ही बनाया था स्विमिंग पूल में डीएसपी के साथ अय्याशी का वीडियो, दोनों के मोबाइल से मिले सैकड़ों अश्लील वीडियो

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अजमेर। देशभर में चर्चा का विषय बन चुके अश्लील वीडियो कांड में अब नया खुलासा हुआ है।10 जुलाई को जब यह वीडियो पुष्कर स्थित रिसॉर्ट के इंडोर स्वीमिंग पुल में बनाया गया तब मौके पर कोई चौथा व्यक्ति मौजूद नही था। दरअसल डीएसपी हीरालाल सैनी और महिला कांस्टेबल ने स्वीमिंग पुल में उतरने से पहले ही मोबाइल को स्टैंड पर लगा दिया था। स्विमिंग पुल में महिला कांस्टेबल का 6 वर्षीय पुत्र भी था।

मामले की जांच करने वाली स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल ने बताया कि दोनों आरोपियों से मौके की तस्दीक करवाई गई है। उन दोनों ने कबूला है कि वीडियो बनाने में चौथे व्यक्ति की मदद नहीं ली गई। दोनों आरोपियों और 6 वर्षीय बच्चे को भी पता था कि स्विमिंग पुल में कई गयी शर्मनाक हरकतों का वीडियो बन रहा है, इसलिए उनके एक्शन बार बार मोबाइल की तरफ देखते हुए ही हो रहे थे। एसओजी ने बताया है कि सस्पेंड डीएसपी सैनी और महिला कांस्टेबल के पास से जो तीन चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं उनमें भी बड़ी संख्या में अश्लील और आपत्तिजनक फ़ोटो,वीडियो व अश्लील चैट मिले है। दोनो आरोपियों से अब चैट, वीडियो के सम्बंध में जानकारी हासिल की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ऐसे अश्लील वीडियो कितने बनाए गए हैं तथा महिला कांस्टेबल का और किन किन लोगों से संपर्क था। मोबाइल से जानकारी जुटाने के लिए आईटी के विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है।

जरुरत पढ़ने पर आरोपियों के संपर्क में आने वालों से भी पूछताछ होगी।इस प्रकरण की जांच में यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों के पास करीब 50 से भी ज्यादा अश्लील वीडियो है। ऐसे अश्लील वीडियो बनाने के पीछे दोनो की क्या मंशा थी इस बात का भी पता लगाया जा रहा है। मामले में पोर्न फिल्म कारोबार से तो जुड़े हुए एंगल की भी जांच की जाएगी। क्योंकि ऐसे अश्लील वीडियो लाखों रुपए में बिकते हैं।

फिलहाल दोनों आरोपी 17 सितंबर तक रिमांड पर है। अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से पहले महिला कांस्टेबल ने जयपुर के कालवाड़ पुलिस स्टेशन पर दो व्यक्तियों के विरुद्ध वीडियो की आड़ में ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज करवाया था तो वही महिला कांस्टेबल के पति ने नागौर के चितावा पुलिस स्टेशन पर शिकायत देकर डीएसपी सैनी और अपनी पत्नी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इन दोनों ही मामलों में ajmer DSPनियमानुसार कार्यवाही नहीं करने के आरोप में अब तक तीन आरपीएस और दो पुलिस इंस्पेक्टरों को निलंबित किया जा चुका है। हीरालाल सैनी पिछले तीन वर्षों से ब्यावर में ही तैनात रहा। आरोप है कि सैनी को सीएमओ में तैनात एक अधिकारी का संरक्षण मिला हुआ है।

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